झारखंड में बिहारी की हत्या मतलब सविधान की हत्या : सागर तिवारी
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                जमशेदपुर : झारखंड में हो रहे बाहरी भीतरी की राजनीति अब संविधान की हत्या तक पहुँच गई है जो झारखंड के साथ साथ पूरे देश के लिए नुक़सान है । पश्चिम सिंहभूम के गुदड़ी में हुए 3 बिहारी भाइयो की हत्या ने पूरे झारखंड की राजनीति पर सवाल खड़ा कर दिया है आख़िर अपने देश के भीतर भी अब कोई कहीं भी व्यापार नहीं कर सकता है तो ये सीधे तौर पर सविधान और क़ानूनी व्यवस्था को नकारना है । झारखंड सरकार को काम राज्य में रह रहे लोगो की रक्षा करना है पर झारखंड में उल्टा हो रहा हैं यहाँ लोगो को लड़वा कर राजनीति की जा रही है पर अब ये बिहार- झारखंड एकता मंच बर्दास्त नहीं करेगा क्योंकि अपने लोगो का जान और व्यापार की रक्षा करना समाज का काम हैं और समाज ये काम जरूर करेगा ।
बिहार-झारखंड एकता मंच सरकार से माँग करता हैं कि 72 घंटे के भीतर हत्यारे की गिरफ़्तारी करे और फांसी की सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसा घटना करने से पहले अपराधी की रूह काप जाए । सरकार के द्वारा अगर कड़ा क़ानून नहीं बनाया जाता है ऐसे मुद्दे पर तो पूरा देश को नुक़सान होगा जो देश को कई दशक पीछे लेकर चला जाएगा जो देशवासी के लिए सही नहीं होगा । झारखंड में रह रहे सभी समाज के लोगो को इस मामले में एकजुट होकर आवाज़ उठाना चाहिए ताकि राज्य की शांति भंग ना हो सके और राज्य अपराधी मुक्त हो सके और इस घटना के बाद जो भी व्यापारी पश्चिम सिंहभूम छोड़कर भागे हैं उन्हें बुलाकर वापस उनको व्यापार में सहयोग करना चाहिए ताकि मानवता का मिशाल कायम हो । अगर सरकार 72 घंटे के भीतर गिरफ्तारी नहीं करती है तो बिहार-झारखंड एकता मंच आगे की रणनीति बनाकर आंदोलन करेगा ।