3 मार्च को जमशेदजी टाटा की प्रतिमा के समक्ष बैठकर विरोध जताएंगे अस्थायी और ठेका कर्मचारी

जमशेदपुर
मुखी और दलित समाज को टाटा स्टील द्वारा अस्थायी और ठेका कर्मी के रूप में काम देकर दोहन करने का लगातार विरोध हो रहा है। इस क्रम में आज झारखंड मजदूर यूनियन की एक बैठक इन मजदूरों के नेता दुलाल भुइयां की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में टाटा स्टील की नीति के खिलाफ सभी ने आक्रोश जताया और इसमें सुधार की मांग की।

बैठक में टाटा स्टील द्वारा एक्सएलआरआई की ओर से माह में 15 दिन का काम देकर रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न करने की साजिश का आरोप लगाया गया। सारी बातों पर चर्चा करते हुए बैठक में उपस्थित मजदूरों और अन्य ने 3 मार्च को जमशेद जी टाटा की जयंती के मौके पर उनकी प्रतिमा के समक्ष बैठकर विरोध प्रदर्शित करने का निर्णय लिया। इस दौरान खास कर वे सभी प्रतिमा के समक्ष बैठकर शोक भाव में विलाप करेंगे।
झारखंड मजदूर यूनियन के अध्यक्ष दुलाल भुइयां ने कहा कि उस दिन टाटा ग्रुप के चेयरमैन और एमडी सहित अन्य लोग जुटेंगे और इस कार्यक्रम का मकसद उन्हें यह दिखाना है कि टाटा के सपनों के शहर में मजदूरों की स्थिति कैसी हो गई है। मजदूरों को देखने वाला कोई नहीं है। दुलाल भुयां ने कहा कि कार्यक्रम के लिए स्थल का निर्धारण 21 फरवरी को किया जाएगा औऱ उस दिन तय होगा कि इस कार्यक्रम का आयोजन जमशेदपुर में किया जाए या मुंबई में।