115 साहित्य सेवियों को मिला “पुण्यस्मृति अहिल्याबाई होलकर साहित्य सेवी सम्मान”

न्यूज टेल डेस्क: सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन व तुलसी भवन द्वारा आयोजित तुलसी जयंती समारोह के अंतर्गत “काव्य कलश सह साहित्य सेवी सम्मान” कार्यक्रम का भव्य आयोजन मानस मंडपम में किया गया। इस अवसर पर नगर के 115 साहित्यकारों को साहित्य सेवा, समर्पण और संस्थान के विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय सहभागिता के लिए “पुण्यस्मृति अहिल्याबाई होलकर साहित्य सेवी सम्मान” से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी व सुरभि संस्था के संस्थापक अध्यक्ष श्री गोविन्द दोदराजका उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री सुभाष चन्द्र मुनका ने की, जबकि जुगसलाई के विधायक श्री मंगल कालिंदी, श्री मुरलीधर केडिया, श्री अरुण कुमार तिवारी, श्री राम नन्दन प्रसाद और श्री बिमल जालान मंचासीन रहे।
दीप प्रज्वलन व मंगलाचरण से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ, काव्य पाठ ने बांधा समां।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और माँ सरस्वती, गोस्वामी तुलसीदास एवं देवी अहिल्याबाई होलकर के चित्रों पर पुष्प अर्पण के साथ किया गया। डॉ. रागिनी भूषण के सुमधुर मंगलाचरण ने माहौल को भक्ति भाव से भर दिया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण तुलसी भवन के उपाध्यक्ष श्री रामनन्दन प्रसाद ने दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन श्री विद्यासागर लाभ ने किया। संचालन श्री प्रसन्न वदन मेहता और डॉ. अजय कुमार ओझा ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर हरिहर राय चौहान, राजेन्द्र राज, निवेदिता श्रीवास्तव, यमुना तिवारी व्यथित, माधवी उपाध्याय, डॉ. उदय प्रताप हयात, सविता सिंह मीरा और डॉ. वीणा पाण्डेय ‘भारती’ सहित 10 रचनाकारों ने अपनी काव्य रचनाओं का पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
साहित्यकारों को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह से किया गया सम्मानित।
सभी 115 साहित्यसेवियों को मुख्य अतिथि श्री गोविन्द दोदराजका एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन सामूहिक राष्ट्रगान के साथ किया गया। समारोह में नगर के साहित्य प्रेमियों और साहित्यकारों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही, जिससे आयोजन गरिमा के साथ संपन्न हुआ।